28 May 2017

ये है चकमा देने वाला चश्मा, इसे लगाने से सीसीटीवी में भी नहीं आएगा चेहरा




→ ब्रिटेन की एक कंपनी ने एक खास तरह का चश्मा तैयार किया है। इसे लगाने के बाद सीसीटीवी को बड़ी आसानी से चकमा दिया जा सकेगा। क्योंकि इसे लगाने वाले शख्स का चेहरा सीसीटीवी कैमरे में नजर नहीं आएगा, बल्कि उसकी जगह चमकीली रोशनी दिखेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी ने चश्मे में एक खास किस्म के कांच का इस्तेमाल किया है।

→ इसकी सतह से रोशनी टकराकर वापस लौट जाती है। ऐसी दशा में चश्मा लगाने वाले शख्स के चेहरे पर रोशनी बढ़ जाती है और उसका चेहरा सीसीटीवी में साफ नजर नहीं आता है। हालांकि, इसे लगाने वाले शख्स को देखने में कोई परेशानी नहीं होगी। कंपनी का दावा है कि इस चश्मे को लगाने के बाद चोरी-छिपे तस्वीर खींचना नामुमकिन होगा।

→ लेकिन, चश्मा लगाकर रात में जॉगिंग करने और साइकिल चलाते वक्त सामने बेहद साफ दिखाई देता है। क्योंकि इस चश्मे को माइक्रो-प्रिस्मैटिक रेट्रो-रिफ्लैक्टिव उपकरण की मदद से बनाया गया है, जिस वजह से रात का अंधेरा भी आपको दिन की तरह नज़र आएगा। इसे पहनने के बाद ना तो सामने वाला आपको देख पाएगा और ना अगल-बगल लगा कैमरा। इस चश्मे की कीमत करीब 6,471 रुपये से 8,515 रुपये के बीच रखी गई है।

7 May 2017

२३ वर्ष की आयु के जस्टिन बाइबर को वेलकम करने के लिए पूरा बम्बई हे सज्ज : जिसके १० करोड़ अल्बम बिक चुके हे उस जस्टिन बाइबर का कैसा हे क्रेज़ जानते हो ?

जिसकी एक जलक देखने के लिए लोग उसके निवास स्थान के बहार पूरी रात बैठते हे ऐसे टीनएज पॉप सेंसेशन बाइबर का आगामी शो १० मई को मुंबई में हे. शाहरुख़ खान के पुत्र आर्यन और अमिताभ की दोहित्री नान्या नवेली जैसे सेलिब्रिटी किड्स ने इसतरह अपने पैरंट्स के साथ जिद की के हम हमारे फ्रेंड्स सहित बाइबर के शो में जा सके इतनी टिकिट , पास जो बी हे वो ला दो. ऐसा कहा जा रहा हे की आयोजक की ऐसी हालत हुई हे की  बाइबर के शो की ५ हजार से लेकर १५ हजार तक की डोनर्स सीट भी भर चुकी हे. 


जस्टिन बाइबर के शो में जाना एक स्टेटस माना जा रहा हे. कनाडा के इस २३ वर्ष के जस्टिन बाइबर का भारत के मेट्रो और मिनी मेट्रो में गज़ब का क्रेज़ हे. बाइबर भारत की सफर पे ? ऐसा सुनते या सोचते ही उसके चाहक " ेनकज़ीएटी डिसऑर्डर " के दर्दी हो गए हे. 

जस्टिन बाइबर लिविंग लीजेंड की तरह हे. सोशल नेटवर्क में केटी पेरी के बाद बाइबर ९.५ करोड़ से ज्यादा फोल्लोवेर्स के साथ विश्व की तमाम बड़ी हस्तीओ में दूसरे क्रम पर हे. माइकल जैक्सन के बाद अभी बाइबर मेनिआ चल रही हे. 
" बाइबर मेनिआ : बाइबर के चाहक जिस धरती पे उसने कदम रखे उस धूल को चूमते हे. 
जस्टिन बाइबर का टिनजेर में क्रेज़ इस तरह से हे की अब मनोचिकित्सक " बाइबर मेनिअ " नाम के रोग की चिकित्सा करने लगे हे. जिसने रियल में बाइबर के साथ फोटो खिचवाया हे वो लोग बाइबर के साथ अपने हाथ या बाल का स्पर्श हुआ हो तो वो बाल को काट कर उसका संग्रह कर रहे हे. बाइबर ने जिस जगह अपने कदम रखे हो , उस जगह पर साष्टांग प्रणाम कर के उस जगह की सेल्फी ले रहे हे और उस धरती को चूमते हे.  बाइबर के शो की टिकिट को फ्रेम में फिट कर के अपने घर पे रखते हे. 

कई टीनेजर में तो ऐसी विकृतिया फैली हे की खुद नग्न हो हो के फोटो खिचवाती हे और बाइबर के फोटो का कट आउट और उसके फोटो का कट आउट मिला के ऐसा प्रदर्शित करती रहती हे की जस्टिन के साथ सेक्स किया हे.  बाइबर फैन क्लब भी हे. जो नियमित रूप से बैठ कर जस्टिन बाइबर की गाने सुनते रहते हे. बाइबर जिस परफुयम और कास्मेटिक का ब्रांड अम्बेसेडर हे वो बाजार में नंबर वन हे. जस्टिन बाइबर की वजह से एक नया टीनेज मार्किट आकर ले रहा हे.

नॉर्वे के ओस्लो में बाइबर के लाखो चाहको ने उसकी होटल के नजदीक हंगामा किया तो कटोकाती जाहिर करनी पड़ी. " बीबर मेनिया " के उपरान्त एक दूसरा वर्ड " बिलिबर्स " भी हे. बीबर को माननेवालो को बिलिवर्स नहीं परन्तु " बिलिबर्स " कहते हे.  बाइबर का नाम जिस लड़की के नाम के साथ फैलता हे. उस लड़की को विश्व में से मौत की धमकी मिलती हे. अब तो ट्विटर पर जस्टिन बाइबर इमोजी भी डाउनलोड कर सकते हे.  

बाइबर ने जिस जगह पर शो किया हो. वहा लोग खुली बोत्तल रखकर शो देखते हे. वो सोचते हे बाइबर ने जिस जगह शो किया था वो जगह की संग्रहित हवा हे.  " बाइबर मेनिआ " से पीड़ित ऐसा भी वर्ग हे जो कितने भी पैसे देकर जस्टिन के जैसे दिखने के लिए प्लास्टिक सर्जरी कराते हे.  

अब भारत के मेट्रो शहरो में भी इस " बाइबर मेनिआ " की शुरुआत हो चुकी हे. 

मनुष्य मष्तिष्क की विस्मयकारी स्मृति शक्ति को जान लो. हम १% भी यूज़ नहीं करते.

मनुष्य के मस्तिष्क के बारे में किये गए वैज्ञानिक संशोधन यह साबित करते हे की मस्तिष्क की क्षमताओं का पूर्ण ख्याल कभी भी नहीं आ सकता. मानवी ने बनाये हुए सुपर कंप्यूटर भी ईश्वर के आगे एकदम मामूली साबित हुए हे. आइये जानते हे हम आज मनुष्य मस्तिष्क के बारे में रोचक तथ्य :

19 March 2017

जानिये क्रेडिट कार्ड के ये अमेजिंग फायदे .



Chrissy Teigen Just Raised the Bar on Yummy-Mummy Airport Style



Chrissy Teigen has talked openly about the challenges of balancing many different roles in life—mom, wife, businesswoman, bombshell—and yesterday while leaving Los Angeles, she put on another familiar hat: fashion maven. Her style has always gravitated toward sexy, body-con silhouettes, but her latest look was a refined spin on the current celeb craze for tracksuits.


Instead of going the route of Champion or Vetements, Teigen elevated the ensemble with a little help from Gucci. A robe-like silhouette was a chic alternative to the hoodie, with contrast red and blue trim providing a nod to cricket and tennis sweaters. Emblazoned with a Blind for Love message and a heavily embellished tiger on the back, Teigen’s slouchy topper was a reminder that casual style can still be pulled together. Coordinating satin trousers with a racer stripe detail were an elegant twist on track pants, while strappy sandals and Linda Farrow sunglasses grounded the look with ease.

18 March 2017

जानिये भूटान देश के अदभूत तथ्य : नन्ना मगर राई का दाना.

जिस तरह से भूटान जैसा नन्ना देश " ग्रीन मैनेजमेंट " कर के आगे बढ़ रहा हे. वो देख के अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देश मुह में उंगलिया डाल गए हे. अभी भूटान विश्व का " ग्रीनेस्ट कंट्री " हे. 

भूटान पृथ्वी पर की ऐसी जगह हे जहां जितना ऑक्सीजन यूज होता हे , उससे ज्यादा उत्पन होता हे. हिमालय की गोद में बिराजमान इस देश में ७० % जमीन पर जंगल हे. भूटान में फ़क्त ७.५ लाख  जितनी बस्ती हे. भूटान की इस " ग्रीन सक्सेस " का श्रेय भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक को जाता हे. वर्ष १९७० में वांगचुक ने विश्व को ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस का विचार दिया था. वो एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते थे. जो भौतिकवाद नहीं मगर बौद्ध वाद के पाए पर खड़ा हो. 


भूटान ने जंगलो को सुन्दर रखने के लिए जड़बे सलाक नीति बनाई हे . वहां चनगुमांगू प्रवासियो को काबू में रखने के लिए प्रवासी दीठ २५० डॉलर वसूल किये जाते हे. ख़ास बात ये ही की भारतीय प्रवासियो को यह बाबत लागू नहीं होती. 

15 March 2017

13 March 2017

जाने - घर में मौजूद इन चीजो के ये अजब गज़ब फायदे.

हमारी ज़िंदगी में कई सारी समस्याएं हैं, लेकिन उन्हें सुलझाने के लिए हमारे पास वक़्त नहीं होता. लेकिन क्या आप जानते हैं, रोज़मर्रा की ज़्यादातर समस्याओं का समाधान हमारे घर के अंदर ही मौजूद होता है. कुछ ऐसी चीज़ें, जिनका इस्तेमाल हम रोज़ करते हैं, लेकिन उनके दूसरे इस्तेमालों के बारे में जानते भी नहीं. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि घर में मौजूद चीज़ों से हम अपनी कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. चलिए आपको भी इन नुस्खों के बारे में बताते हैं, जिन्हें इस्तेमाल कर के अपनी ज़िंदगी को थोड़ा आसान बना सकते हैं.



1. Vodka

अरे! हम शराब पीने के फ़ायदे नहीं बता रहे, बल्कि इसे लगाने के फ़ायदे बता रहे हैं. अगर आपके पैरों से बदबू आती है, जिसके कारण आपको कई बार शर्मिंदा होना पड़ा है, तो एक कपड़े को Vodka में डूबोएं और उससे अपने पैर साफ़ करें. इससे तुरंत पैर की दुर्गंध ख़त्म हो जाएगी. अगर इस काम को आप लगातार 1 हफ़्ते तक करें, तो फिर कभी पैरों से बदूब आने का कोई चांस नहीं होगा.

2. टूथपेस्ट

अभी तक आपने टूथपेस्ट का इस्तेमाल दांतों को साफ़ करने के लिए किया होगा. लेकिन अब आप इसे चेहरे पर लगा कर देखिए. ये आपके चेहरे के अनचाहे मुहांसे और पिम्पल्स को जड़ से खत्म कर देगा. न तो किसी महंगी क्रीम की ज़रूरत और न ही किसी फ़ेसवॉश की.

3. लार (Saliva)

अगर टूथपेस्ट से चेहरे के पिम्पल नहीं गए, तो परेशान न हों, ब्रश करना छोड़ दें. अरे! पूरे दिन के लिए नहीं. बस सुबह उठ कर बिना ब्रश किए लार को पिम्पल्स पर लगाएं. एक दिन में ही चेहरे से पिम्पल्स बॉय-बॉय बोल कर चले जाएंगे.

4. बेकिंग सोडा और नींबू

दांत गंदे हैं, पीले हैं, जो आपको खुल कर हंसने भी नहीं देते. घबराइये नहीं, घर में रखा थोड़ा सा बेकिंग सोडा लें, उसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं और इस पेस्ट से ब्रश करें. लेकिन ध्यान रखें इसे रोज़ न कर के सिर्फ़ हफ़्ते में एक बार करें. आपके दांत मोतियों जैसे चमकने लगेंगे.

5. क्रोसिन टैबलेट

सिर दर्द को छोड़िए, ये टैबलेट आपके बालों के लिए बहुत फ़ायदेमंद है. सिर्फ़ दो गोली का चूरा बनाएं, उसे अपने शैम्पू में मिलाएं, अपने बालों में लगाए और 5 मिनट के लिए छोड़ दें. क्रोसिन में Salicylic Acid पाया जाता है, जो आपके बालों से पूरी तरह से डैंड्रफ़ को हटा देगा.

6. सरसों का तेल

वैसे तो हम सब जानते हैं कि ये सरसों का तेल हमारी सेहत के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद होता है. लेकिन खुद को फ़िट रखने के लिए लड़कियां इससे परहेज़ करती हैं. अब जो हम इसका उपयोग बताने जा रहे हैं उससे लड़कियों के लिए ये सबसे प्यारी चीज़ बन जाएगी. लम्बे नाखून रखना हर लड़की का शौक़ होता है, लेकिन इसे बढ़ाना काफ़ी मुश्किल. अपने नाखून पर हर रोज़ सरसों के तेल की मालिश करिए. इससे नाखून मजबूत भी होंगे और तेजी से बढ़ेंगे भी.

7. चॉकलेट

इसे खाने से डिप्रेशन ख़त्म होता है. ये बात तो हर कोई जानता है, लेकिन अगर आप इसे चेहरे पर लगाते हैं, तो आपकी रूखी त्वचा फिर से मुलायम हो जाएगी. बस आपको इसमें एक चम्मच Oliv Oil मिलाना है. फिर देखिए आपका चेहरा कैसे चमकने लगेगा.

8. प्याज़

ये एक ऐसी सब्जी है, जो आपको ज़्यादातर किचन में मिल जाएगी. लेकिन इसके फ़ायदे हर घर के लोगों को पता नहीं है. प्याज़ को पीस कर उसके रस को बालों की जड़ों में लगाएं. इससे बालों का झड़ना बंद हो जाएगा, साथ ही नए बाल भी आएंगे.

9. कोल्ड ड्रिंक्स

अगर आपको गैस की समस्या है और इससे आपके पेट में दर्द भी होता है, तो कुछ वक़्त के लिए इससे राहत के लिए आप एक गिलास कोल्ड ड्रिंक पी लें. आपको फ़ौरन आराम मिलेगा.

10. ब्रेड और अंडा

हां, इसे खाना ही है. ये एक पोष्टिक खाना भी है. लेकिन ये उसके लिए रामबाण इलाज की तरह है, जिसे हैंगओवर हो. पिछली रात ज़्यादा शराब की वजह से अगर सिर दर्द हो रहा है, तो ब्रेड और अंडा खा लें. चुटकियों में हैंग ओवर गायब हो जाएगा.

तो देखा, घर की चीज़ें हमारे लिए कितनी उपयोगी है, तो देर किस बात की जल्दी से इस पोस्ट को शेयर करें और अपने दोस्तों को भी इन चीज़ों के फ़ायदे बताएं.

25 February 2017

[Must Watch] Ye video dekhkr aap Dang Reh jayenge.

[Must Watch] Ye video dekhkr aap Dang Reh jayenge.
दो लड़के बेहद बुरी हालात में police station में ।
Boys : साहब , हम बाइक से जा रहे थे और  एक लड़की ने हमे टक्कर मारी।

Police -: लड़की कोनसी गाड़ी चला रही थी ?

Boys- नहीं वह पैदल चल रही थी।
Police -: इसका मतलब तुमने उसे टक्कर मारी!

Boys-:
नही साहाब आप नही समजे!
                          ये विडियो देखिये।
                               👇👇👇👇


23 February 2017

ये है महाशिवरात्रि की पूरी कथा,क्यों मनाते हैं शिवरात्री ?

            तीनों लोकों के मालिक भगवान शिव का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि है। कहते हैं महाशिवरात्रि ऐसा दिन होता है जब भगवान शंकर पृथ्वी पर होते हैं उनके जितने शिवलिंग हैं
⧫ क्यों मनाते हैं शिवरात्री ?
ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शंकर एवं मां पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ था और इसी दिन प्रथम शिवलिंग का प्राकट्य हुआ था.
इसके अलावा ये भी मान्यता है की महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने कालकूट नामक विष को अपने कंठ में रख लिया था. जो समुद्र मंथन के समय बाहर आया था.
वर्ष 2017 में यह शुभ उपवास, 24 फरवरी - शुक्रवार के दिन का रहेगा.इस दिन का व्रत रखने से भगवान भोले नाथ शीघ्र प्रसन्न हो, उपवासक की मनोकामना पूरी करते हैं. इस व्रत को सभी स्त्री-पुरुष, बच्चे, युवा, वृ्द्धों के द्वारा किया जा सकता हैं.
24 फरवरी - 2017 के दिन विधिपूर्वक व्रत रखने पर और शिवपूजन, शिव कथा, शिव स्तोत्रों का पाठ व "उँ नम: शिवाय" का पाठ करते हुए रात्रि जागरण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता हैं. व्रत के दूसरे दिन  यथाशक्ति वस्त्र-क्षीर सहित भोजन, दक्षिणादि प्रदान करके संतुष्ट किया जाता हैं.
⧫ शिवरात्री व्रत की महिमा ?
इस व्रत के विषय में यह मान्यता है कि इस व्रत को जो जन करता है, उसे सभी भोगों की प्राप्ति के बाद, मोक्ष की प्राप्ति होती है।.यह व्रत सभी पापों का क्षय करने वाला है, व इस व्रत को लगातार 14 वर्षो तक करने के बाद विधि-विधान के अनुसार इसका उद्धापन कर देना चाहिए.
⧫ महाशिवरात्री व्रत का संकल्प ?
व्रत का संकल्प सम्वत, नाम, मास, पक्ष, तिथि-नक्षत्र, अपने नाम व गोत्रादि का उच्चारण करते हुए करना चाहिए. महाशिवरात्री के व्रत का संकल्प करने के लिये हाथ में जल, चावल, पुष्प आदि सामग्री लेकर शिवलिंग पर छोड दी जाती है.
⧫ महाशिवरात्री व्रत की सामग्री ?
उपवास की पूजन सामग्री में जिन वस्तुओं को प्रयोग किया जाता हैं, उसमें पंचामृ्त (गंगाजल, दुध, दही, घी, शहद), सुगंधित फूल, शुद्ध वस्त्र, बिल्व पत्र, धूप, दीप, नैवेध, चंदन का लेप, ऋतुफल आदि.
⧫ महाशिवरात्री व्रत की विधि ?
महाशिवरात्री व्रत को रखने वालों को उपवास के पूरे दिन, भगवान भोले नाथ का ध्यान करना चाहिए. प्रात: स्नान करने के बाद भस्म का तिलक कर रुद्राक्ष की माला धारण की जाती है. इसके ईशान कोण दिशा की ओर मुख कर शिव का पूजन धूप, पुष्पादि व अन्य पूजन सामग्री से पूजन करना चाहिए.
इस व्रत में चारों पहर में पूजन किया जाता है. प्रत्येक पहर की पूजा में "उँ नम: शिवाय" व " शिवाय नम:" का जाप करते रहना चाहिए. अगर शिव मंदिर में यह जाप करना संभव न हों, तो घर की पूर्व दिशा में, किसी शान्त स्थान पर जाकर इस मंत्र का जाप किया जा सकता हैं. चारों पहर में किये जाने वाले इन मंत्र जापों से विशेष पुन्य प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त उपावस की अवधि में रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर अत्यन्त प्रसन्न होते है.
⧫ शिव अभिषेक विधि ?
महाशिव रात्रि के दिन शिव अभिषेक करने के लिये सबसे पहले एक मिट्टी का बर्तन लेकर उसमें पानी भरकर, पानी में बेलपत्र, आक धतूरे के पुष्प, चावल आदि डालकर शिवलिंग को अर्पित किये जाते है। व्रत के दिन शिवपुराण का पाठ सुनना चाहिए और मन में असात्विक विचारों को आने से रोकना चाहिए.शिवरात्रि के अगले दिन सवेरे जौ, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करके व्रत समाप्त किया जाता है.
⧫ पूजन करने का विधि-विधान ?
महाशिवरात्री के दिन शिवभक्त का जमावडा शिव मंदिरों में विशेष रुप से देखने को मिलता है। भगवान भोले नाथ अत्यधिक प्रसन्न होते है, जब उनका पूजन बेल- पत्र आदि चढाते हुए किया जाता है.व्रत करने और पूजन के साथ जब रात्रि जागरण भी किया जाये, तो यह व्रत और अधिक शुभ फल देता है. इस दिन भगवान शिव की शादी हुई थी, इसलिये रात्रि में शिव की बारात निकाली जाती है। सभी वर्गों के लोग इस व्रत को कर पुन्य प्राप्त कर सकते हैं.
⧫ ⧫महाशिवरात्रि व्रत कथा ?
एक बार. 'एक गाँव में एक शिकारी रहता था. पशुओं की हत्या करके वह अपने कुटुम्ब को पालता था. वह एक साहूकार का ऋणी था, लेकिन उसका ऋण समय पर न चुका सका.क्रोधवश साहूकार ने शिकारी को शिवमठ में बंदी बना लिया. संयोग से उस दिन शिवरात्रि थी. शिकारी ध्यानमग्न होकर शिव संबंधी धार्मिक बातें सुनता रहा. चतुर्दशी को उसने शिवरात्रि की कथा भी सुनी. संध्या होते ही साहूकार ने उसे अपने पास बुलाया और ऋण चुकाने के विषय में बात की. शिकारी अगले दिन सारा ऋण लौटा देने का वचन देकर बंधन से छूट गया.
अपनी दिनचर्या की भाँति वह जंगल में शिकार के लिए निकला, लेकिन दिनभर बंदीगृह में रहने के कारण भूख-प्यास से व्याकुल था. शिकार करने के लिए वह एक तालाब के किनारे बेल वृक्ष पर पड़ाव बनाने लगा.बेल-वृक्ष के नीचे शिवलिंग था जो बिल्वपत्रों से ढँका हुआ था. शिकारी को उसका पता न चला.
पड़ाव बनाते समय उसने जो टहनियाँ तोड़ीं, वे संयोग से शिवलिंग पर गिरीं. इस प्रकार दिनभर भूखे-प्यासे शिकारी का व्रत भी हो गया और शिवलिंग पर बेलपत्र भी चढ़ गए.
एक पहर रात्रि बीत जाने पर एक गर्भिणी मृगी तालाब पर पानी पीने पहुँची.शिकारी ने धनुष पर तीर चढ़ाकर ज्यों ही प्रत्यंचा खींची, मृगी बोली, 'मैं गर्भिणी हूँ. शीघ्र ही प्रसव करूँगी. तुम एक साथ दो जीवों की हत्या करोगे, जो ठीक नहीं है. मैं अपने बच्चे को जन्म देकर शीघ्र ही तुम्हारे सामने प्रस्तुत हो जाऊँगी, तब तुम मुझे मार लेना.' शिकारी ने प्रत्यंचा ढीली कर दी और मृगी झाड़ियों में लुप्त हो गई.
शिकार को खोकर उसका माथा ठनका. वह चिंता में पड़ गया. रात्रि का आखिरी पहर बीत रहा था. तभी एक अन्य मृगी अपने बच्चों के साथ उधर से निकली शिकारी के लिए यह स्वर्णिम अवसर था  उसने धनुष पर तीर चढ़ाने में देर न लगाई, वह तीर छोड़ने ही वाला था कि मृगी बोली, 'हे पारधी! मैं इन बच्चों को पिता के हवाले करके लौट आऊँगी. इस समय मुझे मत मार.
शिकारी हँसा और बोला, 'सामने आए शिकार को छोड़ दूँ, मैं ऐसा मूर्ख नहीं. इससे पहले मैं दो बार अपना शिकार खो चुका हूँ. मेरे बच्चे भूख-प्यास से तड़प रहे होंगे.
उत्तर में मृगी ने फिर कहा, 'जैसे तुम्हें अपने बच्चों की ममता सता रही है, ठीक वैसे ही मुझे भी, इसलिए सिर्फ बच्चों के नाम पर मैं थोड़ी देर के लिए जीवनदान माँग रही हूँ. हे पारधी! मेरा विश्वास कर मैं इन्हें इनके पिता के पास छोड़कर तुरंत लौटने की प्रतिज्ञा करती हूँ.
मृगी का दीन स्वर सुनकर शिकारी को उस पर दया आ गई. उसने उस मृगी को भी जाने दिया. शिकार के आभाव में बेलवृक्ष पर बैठा शिकारी बेलपत्र तोड़-तोड़कर नीचे फेंकता जा रहा था.पौ फटने को हुई तो एक हष्ट-पुष्ट मृग उसी रास्ते पर आया.शिकारी ने सोच लिया कि इसका शिकार वह अवश्य करेगा.
शिकारी की तनी प्रत्यंचा देखकर मृग विनीत स्वर में बोला,' हे पारधी भाई! यदि तुमने मुझसे पूर्व आने वाली तीन मृगियों और छोटे-छोटे बच्चों को मार डाला है तो मुझे भी मारने में विलंब न करो, ताकि उनके वियोग में मुझे एक क्षण भी दुःख न सहना पड़े, मैं उन मृगियों का पति हूँ. यदि तुमने उन्हें जीवनदान दिया है तो मुझे भी कुछ क्षण जीवनदान देने की कृपा करो. मैं उनसे मिलकर तुम्हारे सामने उपस्थित हो जाऊँगा.
मृग की बात सुनते ही शिकारी के सामने पूरी रात का घटना-चक्र घूम गया. उसने सारी कथा मृग को सुना दी.तब मृग ने कहा, 'मेरी तीनों पत्नियाँ जिस प्रकार प्रतिज्ञाबद्ध होकर गई हैं, मेरी मृत्यु से अपने धर्म का पालन नहीं कर पाएँगी. अतः जैसे तुमने उन्हें विश्वासपात्र मानकर छोड़ा है, वैसे ही मुझे भी जाने दो. मैं उन सबके साथ तुम्हारे सामने शीघ्र ही उपस्थित होता हूँ.
उपवास, रात्रि जागरण और शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से शिकारी का हिंसक हृदय निर्मल हो गया था. उसमें भगवद् शक्ति का वास हो गया था.धनुष और बाण उसके हाथ से सहज ही छूट गए. भगवान शिव की अनुकम्पा से उसका हिंसक हृदय कारुणिक भावों से भर गया. वह अपने अतीत के कर्मों को याद करके पश्चाताप की ज्वाला में जलने लगा.
थोड़ी ही देर बाद मृग सपरिवार शिकारी के समक्ष उपस्थित हो गया, ताकि वह उनका शिकार कर सके, किंतु जंगली पशुओं की ऐसी सत्यता, सात्विकता एवं सामूहिक प्रेमभावना देखकर शिकारी को बड़ी ग्लानि हुई. उसके नेत्रों से आँसुओं की झड़ी लग गई.उस मृग परिवार को न मारकर शिकारी ने अपने कठोर हृदय को जीव हिंसा से हटा सदा के लिए कोमल एवं दयालु बना लिया.
⇢ देव लोक से समस्त देव समाज भी इस घटना को देख रहा था. घटना की परिणति होते ही देवी-देवताओं ने पुष्प वर्षा की. तब शिकारी तथा मृग परिवार मोक्ष को प्राप्त हुए.

वीरेन्द्र सहवाग के बारे में रोचक तथ्य |



भले ही सहवाग आज टीम का हिस्सा न हों, लेकिन कुछ समय पहले तक उनका बल्ला टीम इंडिया के स्कोर बोर्ड को बढ़ाने का काम करता आया हैं. सन्यास के दिन पहली बार में तो मुझें विश्वास ही नही हुआ था लेकिन जब देखा तो हर तरफ एक ही खबर थी वीरेन्द्र सहवाग ने कहा क्रिकेट को अलविदा. वीरेंद्र सहवाग का बल्ला जब भी चला विरोधी टीम के गेंदबाजों ने दिन में ही तारे गिने, इन्वर्टर पर टी.वी. तभी चलता था, जब सहवाग बैटिंग करते थे.
1. सहवाग को इससे मतल़ब नही होता था कि मैच टेस्ट है या वनडे, उसे तो बस आते ही ठोकना था.
2. वीरेन्द्र सहवाग ने अपने करियर की शुरुआत क्रिकेट से नहीं, बल्किं एक फार्मेसी व्यपार के माध्यम से की थी.
3. 1990 में खेलते हुए एक दांत टूट ज़ाने के बाद सहवाग के पिता ने क्रिकेट खेलने से रोक दिया था. लेकिन मां के लाडले ने मां को पहले मनाया और मां ने पिताजी मनाया और यह बैन हटा, जिससे भारत को यह महान बल्लेबाज मिला

4. क्रिकेट खेलने के शुरुआती दिनों में सहवाग अपने चेतक स्‍कूटर को ड्राइव करके Practice के लिए जाया करते थे.
5. सहवाग का सबसे प्रिय भोजन खीर है। उन्‍हें अपनी मां के हाथों की बनी खीर सबसे ज्‍यादा पसंद है.
6. ज़्यादा अपील करने के चलते सहवाग को पहले ही मैच में बैन कर दिया था.
7. सहवाग को नजफ़गढ़ का नवाब, “मुल्तान का सुल्तानकह कर भी पुकारा जाता है.
8. क्या आपको पता हैं, कि वीरेंद्र सहवाग भारत के पहले टी-20 कप्तान थे.

9. वीरेन्द्र सहवाग भारत के महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर को अपना आइडियलमानते है.
10. ज़ब सहवाग से पूछा गया कि आप और सचिन तेंडुलकर किस मामले में अलग हैं। तो उनका जवाब था  बैंक बैलेंस के मामले में.
11. आप शायद हंसेंगे, लेकिन सच है कि, सिर के बाल जल्दी गंवा देने के बाद सहवाग ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया, और फिर जवानी लौट आई.
12. विरोधी टीम चाहे सभी बाॅलरो को आजमा लेती, लेकिन वो सहवाग ही था जो टेस्ट को भी टी-20 बना देता था.
13. सहवाग अकेले ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिसने टेस्‍ट मैचों में दो बार तिहरा शतक जड़ा. सबसे तेज तिहरा शतक बनाने का रिकार्ड भी सहवाग के ही नाम है मात्र 278 गेंदो में 300 रन.

14. सहवाग के अगर एक बार मन में आ ज़ाता था कि छक्का मारना है तो वह छक्का ही मारते थे, चाहे 294 पर ही क्यों न खड़े हो.
15. वीरेंद्र सहवाग ने 2011 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के शुरुआती 5 मैचों की शुरुआत चौके से की, और वह भी पहली ही गेंदों पर.
16. वीरेन्द्र सहवाग ने अपने वन डे करियर में कुल 15 शतक लगाए थे जिनमें से 14 बार भारतीय़ टीम को जीत हासिल हुई थी. इन 15 शतकों में वह 10 बार मैन ऑफ द मैच भी चुने गए थे.
17. बताया जाता है कि क्रिकेट के इस दिग्गज बल्लेबाज ने करीब 250 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की हैं.