18 February 2017

इन तरीको से आपकी पढ़ाई करने की क्षमता दुगनी हो जायेगी


→ जैसे-जैसे एग्जाम का समय पास आता जाता है, वैसे-वैसे पढ़ाई को ज्यादा से ज्यादा समय देने की जरूरत बढनें लगाती है | क्यूँकी आख़िरी के महीनों में पूरा सिलेबस का दोहराना पड़ता हैं जिसकी वजह से आम दिनों की अपेछा ज्यादा समय लगता है | अगर कोई Engineering Entrance, SSC, Banking, या फिर IAS जैसी प्रतियोगी परीछाओ की तैयारी कर रहा हैं तो उसे पूरे साल 10 से 12 घंटो तक पड़ना पड़ सकता है | किसी भी परीक्षा के लिए लम्बे समय तक अध्ययन करना कठिन और तनावपूर्ण हो सकता है । कई बार तो छात्र बहुत कोशिशो के बाद 10 से 12 घंटे तक बैठते तो है पर पढ़ाई में अपना ध्यान केंद्रित नही कर पाते है।
→ इस आर्टिकल के द्वारा हम पढ़ाई करने के कुछ ऐसे तरीकों के बारे में जानेंगे जिनसे आप अपने पढ़ाई करने की क्षमता दोगुना कर सकते हैं | अपनी पढ़ाई के तरीकों में छोटे से बदलाव आपको अदभुत् लाभ पा सकते हैं | और साथ ही साथ कम समय में ज्यादा बेहतर परिणाम हासिल कर पायेंगे |→ तो आइये जानते है पढ़ाई करने के कुछ ख़ास तरीकों के बारे में पनी बॉडी क्लॉक को समझ कर पढ़ाई का सही वक्त सुनिश्चित करें
→ हर इंसान की अलग-अलग बॉडी क्लॉक होती हैं | अगर इसे पढ़ाई से रिलेट करे तो आसान शब्दों में इसे इस तरह समझ सकते है कि 24 घंटो के समय में एक समय ऐसा होता है जब हमारी कार्यक्षमता चरम सीमा पर होती है | इस समय जब हम कोई भी काम करते हैं तो वो ज्यादा अच्छी तरह से और बेहतर तरीके से कर पाते है | कुछ लोगों को सुबह जल्दी उठ कर पड़ने से ज्यादा समझ आता है और याद रहता है | जबकी बहुत से लोगों कों रात में पड़ने से ज्यादा समझ आता है और अच्छी तरह याद होता है | तो किसी भी एग्जाम की तैयारी शुरू करने से पहले ये अपनी बॉडी क्लॉक की एनालिसिस करे |
रात को बनाये अगले पूरे दिन की योजना
कई छात्र सुबह उठ कर कोचिंग, स्कूल जाते हैं | कुछ ऑफिस जाने वाले लोग भी प्रतियोगी परीछाओ की तैयारी करते हैं, उन्हें भी सुबह-सुबह ऑफिस जाना पड़ता हैं | अगर आप हर दिन कुछ भी बिना प्लानिंग के पढ़ाई करेंगे तो कुछ भी हासिल नहीं होगा | इसलिये किसी भी काम को करने के लिये उचित प्लान सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम होता हैं | अगर आपको कोई एग्जाम एक साल में क्लियर करना है तो आपके पास पूरे साल का (या हर एक महीने का) प्लान जरूर होना चाहिये | हालाँकि इस पूरे साल का और हर महीने का प्लान सिर्फ एक खाका (या ब्लू प्रिंट) होता हैं |
सबसे ज्यादा जरूरी ये है आप अगले दिन क्या करने वाले है इसका पूरा प्लान आपको रात में ही बना लेना चाहिये | अगले दिन आप इस बात का ध्यान जरूर रखे की आप अपने द्वारा रात में सेट किये गये प्लान या टारगेट्स को समय से पूरा कर पा रहें है या नही |
अगर आप सुबह जल्दी (4:00 AM से 5:30 AM) उठ कर, पढ़ाई शुरू कर देते है तो 11:00 PM तक आप और काम – काज के साथ-साथ पढ़ाई करने का पर्याप्त समय आराम से निकल पायेंगे |
अध्ययन की तकनीकों का मिश्रण
कुछ लोग कहते है की सुबह जल्दी उठ कर और देर रात तक पढ़ाई करने के बाद भी समय से सिलेबस ख़तम नहीं हो पा रहा हैं या उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है | तो उन लोगो को अध्ययन करने की तकनीक पर ध्यान देना चाहिये | आजकल व्यस्तता इतनी ज्यादा बड़ गयी है की सिर्फ किताबों और नोट्स से पढ़ाई करने का मौका नहीं मिल सकता आपको किसी टॉपिक को समझने के लिये YouTube का सहारा ले सकते है | आप चाहे तो अपने स्मार्ट फ़ोन का उपयोग में डायग्राम, मैप्स इत्यादि की फ़ोटो क्लिक करके सेव कर सकते है और जरूरत पड़ने पर उसे देख सकते है और समझ सकते हैं | ये तरीक़े बस या ट्रेन में सफ़र के दौरान बहुत मददगार होते हैं | पढ़ाई के कुछ और तरीके आप यहाँ से भी पड़ सकते हैं |
अध्ययन की अवधि का ख़ास ध्यान रखे
पढ़ाई करते समय या पढ़ाई का प्लान बनाते समय अध्ययन की अवधि का ध्यान जरूर रखे | कुछ लोग लिये 1 से 2 घंटो तक आसानी से पढ़ाई कर लेते और बहुत लोगों के लिये 1 घंटा लगातार पढ़ना भी मुश्किल होता हैं | इन लोगो के लिये जरूरी है कि पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक ले या ऊपर दिये गये अध्ययन की तकनीकों का मिश्रण करे | पढ़ाई का पूरा प्लान बनाते समय इन छोटे-छोटे ब्रेक के समय को न नकारे | कोई भी प्लान अपनी छमता अनुसार ही बनाना चाहिये | अगर आज आप 1 घंटा लगतार पड़ पाते तो 1 महीने बाद कोई ऐसा जादू नहीं होगा की आप 3-4 घंटे लगातार पड़ने लगेंगे |
शारीरिक व्यायाम और मस्तिष्क को विकसित करने वाले आहार
अगर आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है या शुरू करने वाले हैं तो चाय कॉफ़ी और फ़ास्ट फ़ूड को जितना जल्दी हो सके गुड बाय कर दीजिये | जैसा की हम जानते हैं, स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है। अगर कोई व्यक्ति बीमार है या कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त है तो वह अपने मन को एकाग्र नहीं कर सकता और इसका सीधा प्रभाव आपके परीक्षा की तैयारी पर पड़ेगा | इसलिए एकाग्रता में सुधार लाने के लिए शारीरिक व्यायाम और स्वस्थ आहार बहुत जरूरी है । तेज कदम से टहलना, जंपिंग जैक्स, दौड़ लगाने जैसे हल्के एरोबिक व्यायाम भी बहुत जरूरी है जिससे आपके मस्तिष्क में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती हैं और आप ज्यादा एकाग्रता से और लम्बे समय तक पढ़ाई कर सकते हैं |
एवाकाडो, बेर, ब्रोकली, साबूत अनाज, मछली और कद्दू के बीज ऐसे भोजन के कुछ उदाहरण हैं जिन्हें खाने के बाद आपकी कार्य छमता पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा |
चाहे बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रहे हो या फिर किसी प्रतियोगी परीक्षा की, ऊपर दिये गये तरीक़े से अच्छे परिणाम जरूर हासिल होंगे | ये तरीक़े शुरू में अपनाने में थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है | पर थोड़े समय बाद आपको कामयाबी जरूर मिलेगी | सबसे महतवपूर्ण बात ये हैं की जब भी पड़े और जितना भी पड़े पूरी एकाग्रता के साथ पड़े |

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